
मेरे सतगुरु जी तुसी मेहर करो लिरिक्स
मेरे सतगुरु जी तुसी मेहर करो,
मैं दर तेरे ते आई हुई या,
मेरे कर्मा वल ना वेखेयो जी,
मैं कर्मा तो शरमाईं हुई या,
मेरे सतगुरु जी तुसी मेहर करो,
मैं दर तेरे ते आई हुई या ॥
जो दर तेरे ते आजांदा,
ओह असल खजाने पा जांदा,
मैंनू वी खाली मोड़ी ना,
मैं वी दर ते आस लगाई हुई या,
मेरे कर्मा वल ना वेखेयो जी,
मैं कर्मा तो शरमाईं हुई या ॥
तुसी तारणहार कहोंदे हो,
डूबेया नु बन्ने लोंदे हो,
मेरा वी वेडा पार करो,
मैं वी दुःखीयरण आई हुई या,
मेरे सतगुरु जी तुसी मेहर करो,
मैं दर तेरे ते आई हुई या ॥
सब संगी साथी छोड़ गये,
सब रिश्ते नाते तोड़ गए,
तू वी किदरे ठुकरावीं ना,
ए सोच के मैं घबराईं हुई या,
मेरे कर्मा वल ना वेखेयो जी,
मैं कर्मा तो शरमाईं हुई या ॥
मेरे सतगुरु जी तुसी मेहर करो,
मैं दर तेरे ते आई हुई या,
मेरे कर्मा वल ना वेखेयो जी,
मैं कर्मा तो शरमाईं हुई या,
मेरे सतगुरु जी तुसी मेहर करो,
मैं दर तेरे ते आई हुई या ॥